देहरादून; देहरादून के रायपुर में पत्नी को गोली मारकर फरार हुए पति ने मसूरी स्थित होम स्टे में पुलिस पार्टी पर भी हमला कर दिया। पूरे घटनाक्रम में पुलिस शुभम के दुस्साहस को भांपने में चूक कर बैठी। शुभम पत्नी को गोली मारकर भागा था यह लगभग साफ हो गया था। बावजूद इसके जो टीम होमस्टे में शुभम को पकड़ने में गई उसके पास असलाह तो था लेकिन अपने बचाव को बुलेट प्रूफ जैकेट जैसा कोई कवच नहीं पहना।
यही कारण था कि जब दरोगा घायल हुए तो बाकी टीम उन्हें संभालने में लग गई और जवाबी कार्रवाई नहीं कर सकी। यदि ऐसा होता तो शायद शुभम को वहीं ढेर कर दिया जाता। हालांकि, साथी की जान किसी भी फोर्स के लिए प्राथमिकता पर होती तो वही मसूरी गई टीम ने भी किया।
बस गनीमत यह रही कि उसने किसी और पर हमला नहीं बोला। लेकिन, माना यह भी जा रहा है कि पुलिस को इस बात की उम्मीद ही नहीं थी कि शुभम इस होम स्टे में मिल जाएगा। एक तरह से पुलिस यहां तस्दीक के लिए ही गई थी। लेकिन, दुर्भाग्य से यह घटना हो गई। उधर, शुभम के पिता के गायब होने के बाद से ही शुभम और तानिया भी गायब थी। ऐसे में माना यह भी जा रहा था कि शुभम भी इस घटनाक्रम का पीड़ित हो सकता है। यानी शुभम और उसकी पत्नी को भी किसी ने गायब किया है।