देहरादून; इंटरनेट पर अधूरा ज्ञान लेकर गलतफहमी पाले एक युवक ने अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया। खुद को बचाने के लिए वह बाद में मां की हत्या को आत्महत्या बताने की कोशिश करने लगा, लेकिन उसका झूठ ज्यादा देर टिक नहीं पाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।
माधो सिंह सुबह करीब छह बजे घर पहुंचे तो देखा कि चंद्रा देवी बिस्तर पर लेटी हुई थीं। पास में अजय खड़ा हुआ था। अजय से पूछा तो वह इधर उधर की बातें करने लगा। इस पर माधो सिंह बिना देर किए प्रेमनगर थाने पहुंच गए। उन्होंने सारा घटनाक्रम बताया तो एसओ गिरीश नेगी टीम के साथ माधो सिंह के घर पहुंचे।
यहां पर अजय सिंह से पूछताछ की तो उसने रात का सारा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया। उसने पुलिस को बताया कि वह अल्सरेटिव कोलाइटिस नाम की बीमारी से ग्रसित है। उसने कुछ दिन पहले इंटरनेट पर पढ़ा था कि यह बीमारी धीमे जहर का सेवन करने से भी होती है। ऐसे में उसने सोचा कि खाना तो वह मां के हाथ का बना खाता है। लिहाजा उसने मां पर जहर देने का शक किया।
शुक्रवार रात को मां से यही बात कर रहा था। मां चंद्रा देवी ने इन सब बातों से इन्कार किया। काफी देर तक उसकी मां से बहस हुई। रात करीब 10.30 बजे वह बाहर की ओर जाने लगा। इस पर मां ने उसे बाहर जाने से रोका तो उसने आपा खो दिया और मां का गला दबा दिया। कुछ देर बाद उसे अहसास हुआ कि मां की मौत हो चुकी है तो उसने इसे आत्महत्या बताने को अपने बड़े भाई को फोन कर दिया। एसएसपी ने बताया कि चंद्रा देवी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।