ऋषिकेश; चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ट्रांजिट कैंप पहुंचे। इस दौरान उन्हाेंने पंजीकरण के इंतजार में बैठे तीर्थयात्रियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश तक पहुंचे तीर्थयात्रियों के पंजीकरण कर यात्रा पर भेजने का प्रयास है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा भी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुबह 10:15 बजे ट्रांजिट कैंप पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पंजीकरण कार्यालय, डोरमेटरी, खाने के स्टॉल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कैंप परिसर में चाय के स्टॉल पर चाय पी। यहां मौजूद तीर्थयात्रियों से बातचीत की। उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही सबका पंजीकरण किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने डिस्पेंसरी में जाकर डॉक्टरों से ओपीडी के बारे में पूछा। डाक्टरों ने बताया, आठ से 11 मई तक प्रतिदिन 500 ओपीडी होती थी। वह अब घटकर 250 रह गई है।
मुख्यमंत्री ने ट्रांजिट कैंप में बैठे यात्रियों से बातचीत की। उन्होंने यात्रियों को बताया कि धामों में एकाएक भीड़ बढ़ गई थी इसलिए काउंटर पंजीकरण पर रोक लगानी पड़ी। बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन 3,000 तीर्थयात्रियों का अस्थायी पंजीकरण किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने डोरमेटरी का भी निरीक्षण किया। बाद में गढ़वाल आयुक्त के केबिन में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि साल-दर-साल तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही है। धामों में कपाट खुलने के दिनों में वहां क्षमता से अधिक तीर्थयात्री पहुंच गए थे। कहा कि 2022 में 46 लाख, 2023 में 56 लाख और इस साल 12 दिनों में 12 लाख तीर्थयात्री धामों में दर्शन कर चुके हैं।