सबसे बड़ा सवाल यह है कि महिला की निर्ममतापूर्वक हत्या करने के बाद उसकी लाश को आखिर किसने अलग-अलग ट्रेनों में रखा? नौ जून को महू-नागदा पैसेंजर की बोगी से रेलवे पुलिस को चावल की बोरी में एक महिला का शव मिला था। ऐसा ही कुछ उत्तराखंड में भी हुआ। ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन के रिजर्वेशन कोच एस1 और एस2 से बोरियों में बंद एक महिला के शरीर के अंग देखे गए। अब तक इंदौर और ऋषिकेश पुलिस ने टीमें बनाकर खोजबीन की लेकिन उज्जैन में आकर जांच ठिठक गई है। इंदौर पुलिस उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंची थी, जहां उन्होंने यह पता किया कि यह दोनों ट्रेन एक ही समय में उज्जैन से होकर गुजरी है जो प्लेटफार्म नंबर दो और प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़ी थी। पुलिस ने जब फिर से पूरे मामले की खोजबीन की तो पता चला कि जिस चावल की बोरी में महिला का शव मिला है, वह भी उज्जैन की है। उस पर यहां के प्रसिद्ध चावल के ब्रांड का फोटो लगा है।
नहीं मिल पाए सीसीटीवी फुटेज : इंदौर जीआरपी पुलिस उज्जैन के चावल के कट्टों में महिला का शौक मिलने की जानकारी के बाद प्लेटफार्म नंबर दो और प्लेटफार्म नंबर तीन पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखने उज्जैन आई थी। यहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। रिनोवेशन के कारण प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद है। इस कारण रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के समय के फुटेज पुलिस को नहीं मिल पाए।
सीसीटीवी फुटेज से गिरफ्त में आएगा आरोपी : भले ही प्लेटफार्म नंबर दो और प्लेटफार्म नंबर तीन पर रिनोवेशन काम के चलते सीसीटीवी कैमरे बंद है, लेकिन रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट और अन्य स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज अगर ठीक तरीके से देखे जाएंगे तो पता चल जाएगा की आखिर वह दरिंदा कौन है, जिसने बेदर्दी से महिला को मौत के घाट उतारा। उसके बाद उसके शव के टुकड़े कर ट्रेन में ठिकाने लगाया।
हाथ पर गुदा हुआ है – मीरा बेन गोपाल भाई : चार दिन बीतने के बावजूद भी पुलिस को अब तक मृतका के बारे में और कोई जानकारी नहीं लगी है। उसके हाथ पर यह जरूर गुदा हुआ है कि मीरा बेन गोपाल भाई। इससे पुलिस अनुमान लग रही है कि महिला गुजरात की रहने वाली रही होगी।