नैनीताल: पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण नहीं हो पा रही कैलाश मानसरोवर यात्रा की जगह इस वर्ष हो रही आदि कैलाश यात्रा में पर्यावरण संरक्षक का अनूठा संदेश दिया जा रहा है।
केएमवीएन यानी कुमाऊं मंडल विकास निगम प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से गत 31 मई से प्रारंभ हुई इस यात्रा में अभी तक 17 दलों में 242 महिलाएं व 313 पुरुष यानी कुल 555 यात्री शामिल हो चुके हैं। इनमें से 2 यात्रियों का यात्रा अवधि में निधन हो गया।
निगम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी ने बताया कि यात्रा में आने वाले सभी यात्रियों को पर्यटक आवास गृह पिथौरागढ़ में शहीद स्मारक स्थल में ‘एक दिया शहीदों के नाम’ अभियान के तहत दीप जलाकर नमन कार्यक्रम से जोड़ा गया है। साथ ही सभी यात्रियों से पर्यटक आवस गृह परिसर स्थित मानसरोवर वाटिका में ‘एक पौधा धरती मां के नाम’ अभियान के तहत पौधे लगवाए गए हैं। यात्रियों को ‘हिमालय बचाओ’ अभियान के तहत यह शपथ दिलाई गई कि वे उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्लास्टिक पॉलीथिन सहित ऐसे कारकों का प्रयोग नहीं करेंगे जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता हो।
अभियान के तहत यात्रियों ने कालापानी मंदिर परिसर में भारत तिब्बत सीमा पुलिस की कालापानी चौकी के जवानों के साथ मिलकर लगवाया 1100 से अधिक पौधे लगाए हैं। इनका उद्देश्य उच्च हिमालयी क्षेत्र में पौधे लगाकर ऑक्सीजन की कमी को दूर करना है। यात्री उच्च हिमालय क्षेत्र से कूड़ा करकट इकठ्ठा कर वापस धारचूला भी ला रहे हैं। वे अपने घर जाकर एक पौधा अवश्य लगाने का संकल्प भी जता रहे हैं।
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