सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, ज्योति प्रसाद गैरोला, विधायक विनोद चमोली सरीखे नेताओं के बीच महेंद्र भट्ट का नाम भी चर्चाओं में रहा। 2022 के विधानसभा चुनाव में हरिद्वार जिले में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्यक्ष को बदले जाने का दबाव बना। प्रदेश अध्यक्ष कौशिक बेशक अपनी सीट से चुनाव जीते, लेकिन उनके नेतृत्व में उन्हीं के गृह जिले में पार्टी अपना पुराना शानदार प्रदर्शन नहीं दोहरा पाई।
यहीं से कौशिक की संगठन से विदाई और नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा। हालांकि संगठन में यह धारणा बना ली गई थी कि तीन महीने बाद सांगठनिक चुनाव को देखते हुए प्रदेश संगठन में नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। लेकिन संगठन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, एक हफ्ते के भीतर प्रदेश अध्यक्ष को बदले जाने की पटकथा लिख दी गई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से लेकर युवा मोर्चा और संगठन में लंबी सेवाएं देने वाले भट्ट को कमान सौंपकर पार्टी ने क्षेत्रीय व जातीय समीकरण में संतुलन बनाने के साथ कार्यकर्ताओं के बीच संदेश देने की कोशिश भी की।