कीव; जब से रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू की है तब से लेकर आज तक यूक्रेन को जान.माल का जबरदस्त नुकसान झेलना पड़ा है। रूस के खिलाफ यूक्रेनी सेना के जवान अपने दर्द को छिपाकर और दबाकर रूस से लड़ रहे हैं। फ्रंटलाइन पर मौजूद यूक्रेनी जवानों की हालत किसी से छिपी नहीं रही है। यूक्रेन के दक्षिण में तैनात जवान हर रोज अपने दर्द को दबाकर रूस से लोहा ले रहे हैं। इस फ्रंट पर मौजूद जवाब डाक ने कहा कि आपको हर वक्त तैयार रहना होता है कि ये आखिरी होगा। डाक यूं तो एक डेंटल सर्जन है, लेकिन जब रूस ने हमला किया तो वो भी सेना में शामिल हो गया। डाक ने बताया कि उनके सीने में न मालूम कितना दर्द दफन है। कितनी चीखों को लेकर वो दिन गुजारते हैं। उनका दिल रोता है।
मिली जानकारी के अनुसार, एक बंकर में छिपे डाक ने बताया कि इस जंग में कई जररेशन खत्म हो गई हैं। इसी बंकर में उनका खाना-पीना भी होता है। हर वक्त गोलियों के और टैंकों के हमलों की आवाजें आती रहती हैं। डर के साए में यहां मौजूद सभी जवान खाना भी खाते हैं और कुछ देर हंस-बोल भी लेते हैं। लेकिन डाक की ही तरह हर किसी के सीने में दर्द है। हर किसी को अपनों की चिंता हर वक्त सताती रहती है।
इस बंकर में मौजूद एक और जवान मिकोला ने बताया कि इस जंग ने यूक्रेन वासियों को इतने गहरे जख्म दिए हैं कि वो कभी भर नहीं सकेंगे। हर कोई इस जंग से आहत हुआ है। सभी ने इसमें कुछ न कुछ खोया है। इस बटालियन में मौजूद डिप्टी कमांडर आर्टेम ने बताया कि उन्होंने अपने जवानों को ये साफ कर दिया है कि ये जंग जल्द नहीं रुकने वाली है। ये जंग काफी लंबी चलेगी।
रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को पहली बार हमला किया था। रूस की मंशा कीव पर कब्जा करने की है। उसने अपने इस आपरेशन को स्पेशल मिलिट्री आपरेशन का नाम दिया है। रूस ने यूक्रेन के कुछ इलाकों पर इन छह माह के दौरान कब्जा भी कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, इन जवानों का कहना है कि इस लड़ाई का पूरा फोकस अब दक्षिण पर है जहां यूक्रेनी सेना काउंटर अटैक करने की तैयारी में लगी है। जवानों से ये पूछे जाने पर कि आने वाले दिनों में कैसे हालात होंगे तो जवानों ने कहा कि उन्हें जंग के खत्म होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आती है। उनके मुताबिक हालात काफी खराब हैं। उन्होंने इस जंग को रोकने के लिए यूएन को भी कटघरे में खड़ा किया। जवानों का कहना था कि यूएन ने आंखें मूंद रखी हैं। जवानों को आने वाले समय की भी चिंता है। कुछ दिनों के बाद सर्दियां शुरू हो जाएंगी। ऐसे में हर किसी के लिए समस्या बढ़ जाएगी। बंकर में मौजूद एक अन्य जवान लियानिड ने कहा कि रूस ने स्कूलों पर हमला किया। अस्पतालों को भी निशाना बनाया। वो यूक्रेन की शिक्षा व्यवस्था और उसकी स्प्रिट को खत्म करना चाहता है। वो यूक्रेन को पूरी तरह से तबाह कर देना चाहता है। बता दें कि पिछले दिनों यूएन प्रमुख एंटोनियो गुतरेस ने भी कहा था कि उन्हें युद्ध के जल्द खत्म होने के कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। इसके बाद भी वो इसके लिए प्रयास करते रहेंगे, क्योंकि विश्व में शांति जरूरी है।
संपादन: अनिल मनोचा