उत्तराखण्ड; बृहस्पतिवार को नेहरू कॉलोनी के एच ब्लॉक स्थित एक मकान में युवती का शव मिला था। वह खिड़की की ग्रिल के सहारे फंदे से लटकी हुई थी। पुलिस उसे अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। युवती की पहचान जौनसार की लोकगायिका संजना राज (22) के रूप में हुई थी। संजना के साथ एक युवक भी दो माह से रह रहा था। उससे पूछताछ की गई, लेकिन संजना की मौत के बारे में उससे कोई जानकारी नहीं मिली। जौनसार की उभरती लोक गायिका संजना राज के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। पोस्टमार्टम में भी मौत का कारण हैंगिंग ही आया है। ऐसे में एक तरह से आत्महत्या की पुष्टि हुई है। अभी तक परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस को संजना के साथी अंकित से पूछताछ में भी खास जानकारी नहीं मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। इंस्पेक्टर नेहरू कॉलोनी मुकेश त्यागी ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है। यदि परिजनों की ओर से कोई शिकायत आती है तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिलहाल किसी विवाद के बारे में भी जानकारी नहीं मिली है।
संजना राज जौनसार बावर की उभरती हुईं लोक गायिका थीं। हालांकि वर्ष 2009 में उन्होंने गायिकी के क्षेत्र में कदम रख दिया था, लेकिन क्षेत्र में धीरे धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ रही थी। विभिन्न सांस्कृतिक मंचों पर उन्होंने अपनी आवाज का लोहा मनवाया।
यूट्यूब पर अपलोड किए गए उनके गीत देवा बिजिटा को 16 हजार से अधिक लोगों ने देखा और सुना। लोक हारुल को 23 हजार लोगों ने देखा। तेरी शादी री चिठ्ठी को तीन हजार लोगों ने देखा। साथो की अनामिका गीत को 19 हजार लोगों ने देखा। जौनसार बावर की लोक कलाकार और धुमसू मंच की संस्थापक शांति वर्मा ने बताया कि संजना राज ने उन्हीं से लोक गीत सीखे, लेकिन कुछ समय से संजना उनके संपर्क में नहीं थी। उन्होंने बताया कि संजना राज क्षेत्र की उभरती हुई लोक गायिका थीं। वह एक हंसमुख चेहरा थीं।