सऊदी अरब; दुनिया भर के देशों को कच्चा तेल बेचकर अकूत दौलत कमाने वाले सऊदी अरब ने अब नया खजाना मिलने का दावा किया है। सऊदी अरब का कहना है कि पवित्र मदीना शहर के पास उसने सोने और तांबे के खजाने को खोज निकाला है।
दुनिया भर के देशों को कच्चा तेल बेचकर अकूत दौलत कमाने वाले सऊदी अरब ने अब नया खजाना मिलने का दावा किया है। सऊदी अरब का कहना है कि पवित्र मदीना शहर के पास उसने सोने और तांबे के खजाने को खोज निकाला है। सऊदी जियोलॉजिकल सर्वे ने एक ट्विटर पोस्ट में बताया है कि मदीना क्षेत्र के पास आबा अल-राहा इलाके में सोने की ये खदानें पाई गई हैं। इसके अलावा मदीना के ही वदी अल-फारा इलाके में तांबे की भी 4 खदानें पाई गई हैं। सऊदी जियोलॉजिकल सर्वे ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘अपनी इस खोज के जरिए हमने दुनिया के लिए निवेश के नए अवसर मुहैया कराए हैं।’
मिली जानकारी के अनुसार, सऊदी अरब में हुई इस नई खोज पर स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेश बड़े पैमाने पर पैसा लगा सकते हैं। इससे सऊदी अरब की इकॉनमी को बड़ी मदद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। सऊदी अरब के अधिकारियों का कहना है कि सोने और तांबे की इन खदानों के चलते 533 मिलियन डॉलर का निवेश हासिल हो सकता है। इसके अलावा इनके जरिए 4,000 लोगों को स्थायी रोजगार भी मिल सकता है। इस खोज ने सऊदी अरब के खजाने में ऐसे वक्त में बड़ा इजाफा किया है, जब तेल के विकल्प दुनिया ने तलाशने शुरू किए हैं। इसके चलते सऊदी अरब के भविष्य को लेकर कयास लग रहे थे। ऐसे में इस खोज ने सऊदी अरब की इकॉनमी की उम्मीदों को पंख लगा दिए हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि इससे सऊदी अरब में निवेश का नया दौर शुरू होगा और उसकी अर्थव्यवस्था और मजबूत हो सकती है। सऊदी अरब में फिलहाल 5,300 खदानें हैं। इनमें से कई खदानों से बेशकीमती रत्न और पत्थर आदि भी मिलते हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने देश के लिए 2030 का जो विजन तैयार किया है, उसके मुताबिक माइनिंग भी अहम सेक्टर रहेगा। इस लिहाज से देखें तो सोने की खदानें मिलने से सऊदी अरब अपनी इकॉनमी को नए सिरे से मजबूती दे सकता है। यह ताकत उसे बिना तेल के हासिल होगी और लंबे समय के लिए उसी मजबूती मिल सकेगी। सऊदी खनन मंत्रालय ने माइनिंग सेक्टर में 14 अरब डॉलर के निवेश का प्लान तैयार किया है।