बेटी अंकिता भंडारी की हत्या से गमजदा परिजनों को ढांढस बंधाने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को स्वयं उनके गांव डोभ श्रीकोट पंचायत के धूरो पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अंकिता के माता-पिता व भाई से मुलाकात की और उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 25 लाख रुपये का चेक सौंपा।
चेक देखकर अंकिता के पिता फफक पड़े और उन्होंने सहायता राशि लेने से इन्कार कर दिया। सीएम के काफी समझाने के बाद वह चेक लेने को राजी हुए। उन्होंने कहा कि लोग परिवार को बदनाम कर रहे हैं। परिवार पहले ही बेटी के गम में डूबा है और ऐसी बातें दुख को और बढ़ाने का काम कर रही हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने आश्वस्त किया कि हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। दोपहर में गृह विभाग की समीक्षा बैठक से फारिग होने के फौरन बाद मुख्यमंत्री धामी पौड़ी के डोभ श्रीकोट स्थित अंकिता भंडारी के घर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया कि अंकिता को न्याय दिलाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे।
मामले की जांच को डीआईजी पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित की गई है। हत्याकांड के तीनों आरोपितों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कहा कि जांच में जिन भी लोगों की भूमिका संदेह के दायरे में है, उन सभी पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत, जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान, एसडीएम आकाश जोशी आदि भी उपस्थित रहे।
संपादन: अनिल मनोचा