उत्तराखंड; केदारनाथ धाम के पीछे पहाड़ों पर एक बार दोबारा भयानक हिमस्खलन हुआ। हालांकि ये हिमस्खलन काफी ऊंचाई पर हुआ। जिससे अभी तक किसी भी नुकसान की जानकारी नहीं है। जिसने भी यह हिमस्खलन देखा उसकी आंखों के सामने 2013 की आपदा के दृष्य घूम गए। वहीं इस दौरान धाम में मौजूद कुछ यात्रियों ने हिमस्खलन का वीडियो भी बनाया जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार, वहीं श्री बदरी केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ धाम के पहाड़ों पर आए इस हिमस्खलन की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हिमस्खलन से कोई नुकसान नहीं हुआ है।
अभी कुछ दिन पहले भी केदारनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर एवलांच या हिमस्खलन की घटना सामने आई थी। विगत 23 सितंबर को भी केदारनाथ के पीछे पहाड़ों पर एवलांच की घटना सामने आई थी। तब धाम में मौजूद श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया था। अच्छी बात ये रही थी कि तब भी इस एवलांच से कोई नुकसान नहीं हुआ था।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन एस रजवार ने बताया था कि वह एवलांच काफी छोटा था। जो केदारनाथ से चार किलोमीटर दूर चोराबाड़ी के पास आया था। उससे कोई नुकसान नहीं पहुंचा था।
2013 की आपदा में चोराबाड़ी झील के टूटने से ही मंदाकिनी नदी में बाढ़ आई थी, जिससे कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। इस दौरान केदारनाथ घाटी सहित रामबाड़ा का पूरा स्वरूप ही बदल गया था। आज भी प्रत्यदर्शियों की आंखों में उस भयावह आपदा के जख्म ताजा हैं।
संपादन: अनिल मनोचा