ऋषिकेश; श्यामपुर स्थित मनसा देवी, गुर्जर प्लाट आदि इलाकों में कच्ची शराब बनाने का धंधा काफी पुराना है। अब यहां बाहर से यह शराब आपूर्ति की जा रही है। हरिद्वार में जहरीली शराब कांड में कई लोग की मौत के बाद आबकारी विभाग की इस मामले में सतर्क हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, आबकारी पुलिस की टीम ने मध्यरात्रि ऐसा मामला पकड़ा है जो चौंकाने वाला है। घर के बाहर शराब तस्कर ने चारों तरफ से दीवार बनाकर उसके अंदर ड्रम में शराब छुपा रखी है। इस ड्रम का कनेक्शन पाइप के जरिए अपने कमरे में दे रखा है। जरूरत के मुताबिक वह इससे शराब निकाल कर बेच देता है।
आबकारी टीम ने मौके से 90 लीटर कच्ची शराब बरामद की है। बड़ी बात यह है कि यह शराब यहां तैयार नहीं की गई बल्कि बाहर से लाई गई है। विशेष रुप से उधम सिंह नगर क्षेत्र से कच्ची शराब की तस्करी के कई मामले कोतवाली पुलिस और आबकारी पुलिस पकड़ चुकी है।
शुक्रवार की मध्यरात्रि गुर्जर प्लाट गुमानी वाला श्यामपुर क्षेत्र में इस तरह की कच्ची शराब तस्करी की सूचना आबकारी विभाग को मिली थी। जिस पर विभाग के कर्मचारी को संबंधित घर में ग्राहक बनाकर भेजा गया। घर का मालिक समझ गया कि मामला गड़बड़ है। जिसके बाद विभाग की टीम जबरन इस घर में घुसी।
आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट ने बताया कि घर के भीतर तलाशी लेने पर पालिथीन में पैकिंग करके रखी गई कच्ची शराब बरामद की गई, लेकिन सूचना भारी मात्रा में शराब आने की थी।
जब संबंधित घर के बेडरूम में पूरी जांच की गई तो दीवार में एक सुराख नजर आया। इस सुराख के जरिए आगे जांच बढ़ाई गई तो कमरे के बाहर दूसरी दीवार खड़ी करके ड्रम छिपाए गए थे। जिनके भीतर कच्ची शराब रखी गई थी।
लिस को धोखा देने के लिए शराब तस्कर इस ड्रम में प्लास्टिक का पाइप डालकर मुंह से सांस खींचता था और मांग के अनुरूप बर्तन में शराब भरकर उसे पैकिंग के लिए आगे निकाल देता था। आबकारी निरीक्षक ने बताया कि ड्रम में पाइप लगाकर इसी तरीके से जब शराब बरामद की गई।
मौके से कुल 90 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई। इस मामले में केवल सिंह पुत्र दिलीप सिंह निवासी गुर्जर प्लाट अमित ग्राम श्यामपुर ऋषिकेश को गिरफ्तार किया गया है। आबकारी निरीक्षक के मुताबिक जानकारी लेने पर पता चला है कि शराब यहां नहीं बनाई जाती है,बल्कि ऊधम सिंह नगर और आसपास क्षेत्र से यहां आपूर्ति की जाती है।
संपादन: अनिल मनोचा