अहमदाबाद; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को साबरमती के महात्मा गांधी आश्रम पहुंची। इस दौरान उन्होंने चरखा भी चलाया। अपनी पहली गुजरात यात्रा में राष्ट्रपति ने गुजरात को 1,330 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। राष्ट्रपति ने गुजरात दौरे की शुरुआत गांधी आश्रम से की। यहां उन्होंने आश्रम परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। अतिथि पुस्तिका में राष्ट्रपति ने हिंदी में लिखा, लंबे समय तक स्वतंत्रता संग्राम के केंद्र में रहने वाले आश्रम में जाकर ”अवर्णनीय प्रेरणा” और ”गहरी शांति” महसूस की। साबरमती के संत महात्मा गांधी की इस पवित्र तपस्थली के दर्शन करने से प्रेरणा का संचार होता है। इस परिसर में पूज्य बापू के असाधारण जीवन इतिहास की अनमोल विरासत को प्रशंसनीय तरीके से संरक्षित किया गया है। इसके लिए मैं साबरमती आश्रम के रखरखाव में शामिल सभी लोगों की सराहना करती हूं।”
मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति ने राष्ट्रपिता के जीवन और स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने वाली प्रदर्शनी भी देखी। उन्होंने साबरमती आश्रम पुनर्विकास परियोजना के माडल का भी अवलोकन किया। राष्ट्रपति आश्रम परिसर में महात्मा गांधी के आवास ‘हृदयकुंज’ भी पहुंचीं। इस दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे।
बाद में मुर्मु ने गुजरात में 1,330 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, सिंचाई, सड़क के बुनियादी ढांचे, नौवहन और जलमार्ग जैसे प्रमुख क्षेत्रों से संबंधित हैं। उन्होंने गुजरात के लोगों की उद्यमशीलता की सराहना की।
राष्ट्रपति ने गुजरात मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च सोसायटी गांधीनगर में एक सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल और आदिवासी बहुल नर्मदा जिले में एक नए मेडिकल कालेज और अस्पताल की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि 540 बिस्तरों वाला अत्याधुनिक अस्पताल नर्मदा जिले के लोगों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठाने में सुविधा प्रदान करेगा, जहां 85 प्रतिशत आबादी आदिवासी समुदाय से है।
संपादन: अनिल मनोचा