उत्तराखंड; मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के काश्तकार पहाड़ में प्रचलित परंपरागत खेती में आधुनिक तकनीकी ज्ञान को शामिल कर भूमि की उत्पादकता के साथ फसलों का उत्पादन भी बढ़ा रहे हैं। आत्मनिर्भर प्राकृतिक किसान योजना के तहत राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को राज्य अतिथि गृह स्थित शैले कॉटेज से गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई प्राकृतिक कृषि एवं डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन से संबंधित वर्चुअल बैठक में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड को प्राकृतिक दृष्टि से परंपरागत खेती के लिए उपयुक्त बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कुल कृषि योग्य भूमि में से 2.17 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल को जैविक कृषि के तहत आच्छादित किया गया है।
राज्य में पांच करोड़ रुपये से प्राकृतिक कृषि नमामि गंगा कॉरिडोर को शुरू किया जा रहा है। इस योजना से गंगा तट पर पांच किमी की परिधि को प्राकृतिक कृषि के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में प्राकृतिक कृषि उत्पादों की मांग बढ़ी है। राज्य सरकार का प्रयास है कि इसका अधिक से अधिक लाभ राज्य के किसानों को मिले।
संपादन: अनिल मनोचा