कुंडा गोलीकाण्ड; ज्येष्ठ उपप्रमुख ने दस-बारह लोगों के खिलाफ एक राय होकर उसकी पत्नी की हत्या करने के आरोप में कुंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चार हत्यारोपियों को पकड़कर कुंडा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। मौके पर हमलावरों का एक पिस्टल भी पड़ा हुआ है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
कुंडा थाना पुलिस को दी तहरीर में भरतपुर निवासी गुरताज ने कहा है कि 12 अक्तूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे उनके घर दो गाड़ियों से 10-12 लोग पहुंचे। उनमें से कई व्यक्तियों के मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। आते ही गालियां देते हुए बोले कि वे ठाकुरद्वारा पुलिस के लोग हैं। उन्हें एक आदमी की तलाश है। इस पर उसने कहा कि अगर आप लोग पुलिस कर्मी हो तो हमारे कुंडा थाने की पुलिस को बुला लो और तलाशी ले लो।
गुरताज का कहना है कि ज्येष्ठ उपप्रमुख के रूप में परिचय देने पर वह उनके साथ गालीगलौज करते हुए दुमंजिलों के कमरों में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। उनकी पत्नी गुरजीत कौर को सीने में गोली लगी। फायरिंग की आवाज सुनकर परिजन व आस-पास के लोग वहां आ गए। लोगों ने उनमें से चार व्यक्तियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
जिस व्यक्ति ने उनकी पत्नी को गोली मारी थी, छीनाझपटी में उसका पिस्टल भी मौके पर गिर गया। अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने उनकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया। एसपी चंद्रमोहन ने बताया कि तहरीर पर एक राय होकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
हर किसी की चहेती गुरजीत का अपने पति गुरताज सिंह से भी बेहद लगाव था। नौकरी करने के साथ वह पति के हर काम में चढ़कर सहयोग करती थी। यह इत्तेफाक ही है कि पल-पल पति की खैरियत की दुआ करने वाली गुरजीत कौर इस करवाचौथ पर अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत भी नहीं रख सकी। ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज भुल्लर के घर हर साल की तरह इस करवाचौथ पर भी तैयारियां चल रही थीं। खुद गुरजीत कौर बाजार जाकर पूजा और श्रृंगार की सामग्री, नए कपड़े खरीद चुकी थी। बुधवार को भी गुरताज समिति में ड्यूटी करने गई थी लेकिन सुहाग की लंबी उम्र की दुआ करने के पहले ही मौत ने उनके घर दस्तक दे दी।
मिली जानकारी के अनुसार, मृतका गुरजीत कौर बेहद सौम्य स्वभाव की थी। उसकी हत्या की खबर ने क्षेत्र की जनता को झकझोर कर रख दिया। उसकी पांच वर्ष की एक बेटी है और चार माह पूर्व ही उसने एक बेटे को जन्म दिया था। गुरजीत कौर का मायका काशीपुर के मोहल्ला टांडा उज्जैन का है। उसकी मौत को लेकर उपजे आक्रोश से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। एहतियात के तौर पर अधिकारियों ने कुंडा थाने का मेन गेट तक बंद कर दिया।
प्रदर्शनकारियों को समझाने के दौरान एसडीएम अभय प्रताप सिंह के मुंह से अनायास ही कुछ निकल गया जिस पर लोग उन पर भड़क गए। मौके पर मौजूद एसपी चंद्रमोहन सिंह, सीओ वंदना वर्मा व अन्य अधिकारियों ने एसडीएम को वहां से हटाकर स्थिति को जैसे-तैसे संभाला।
वारदात से संबंधित साक्ष्य जुटाने के लिए कई पुलिस टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। रुद्रपुर से फोरेंसिक एक्स्पर्ट की टीम देर रात ग्राम भरतपुर स्थित घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से भी साक्ष्य जुटाए जाएंगे। पुलिस की टीमें वारदात के समय बनाई गई वीडियो भी एकत्र करने के प्रयास में जुटी है। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पुलिस टीमें वारदात से जुड़े हर साक्ष्य का संकलन करेंगी ताकि वारदात की विवेचना में मदद मिल सके।
काशीपुर। गुरजीत कौर हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जसपुर विधायक आदेश चौहान ने प्रदर्शनकारियों के साथ जाम स्थल पर धरना दिया। करीब पांच घंटे तक चला धरना डीआईजी डॉ. नीलेश आंनद भरणे और एसएसपी मंजूनाथ टीसी के आश्वासन पर समाप्त हो गया।
कुंडा थाने के सामने एनएच जाम की सूचना पर डीआईजी भरणे और एसएसपी मंजूनाथ रात करीब 9.20 बजे मौके पर पहुंचे। डीआईजी ने घटना के बारे में बताया कि मुरादाबाद पुलिस की टीम उत्तराखंड पुलिस को सूचित किए बगैर सादी वर्दी में आई थी। कायदे में उन्हें उत्तराखंड के पुलिस अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए था।
डीआईजी भरणे ने कहा है कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीमें गठित कर दी गई हैं। मौके पर डॉग स्कवायड, फोरेंसिक टीम बुलाई गई है। सबूतों के आधार पर केस को आगे की विवेचना की जाएगी। एसएसपी के आश्वासन पर विधायक आदेश चौहान व अन्य प्रदर्शनकारियों ने देर रात 11:10 बजे धरना समाप्त कर दिया गया। धरने पर बैठने वालों में किसान नेता जितेंद्र सिंह जीतू, गुरप्रीत सिंह गोपी, हुकुम सिंह आदि थे।
डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद का कहना है कि वारदात को अंजाम देने के बाद ठाकुरद्वारा पुलिस के कर्मचारी चकमा देकर कुंडा पुलिस की अभिरक्षा से फरार हो गए। मुरादाबाद रोड पर सूर्या चौकी पुलिस के साथ भी भाग रहे पुलिस कर्मियों ने अभद्रता की। यह घटना भी सीसीटीवी में है। वहां से फुटेज निकालकर कार्रवाई की जाएगी।
संपादन: अनिल मनोचा