उत्तराखण्ड; हाईकोर्ट के एक उच्च पदासीन अधिकारी से जान के एवज में पचास करोड़ रुपये की मांग की गई है। पत्र में अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए 48 घंटे के भीतर रकम देने के लिए कहा गया है। मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है लेकिन इस मामले में पुलिस का कोई भी अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को स्पीड पोस्ट के माध्यम से हाईकोर्ट स्थित महानिबंधक कार्यालय को एक पत्र मिला। पत्र में हाईकोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जान के एवज में 48 घंटे के भीतर 50 करोड़ रुपये की मांग की गई है। एफआईआर के अनुसार स्पीड पोस्ट के लिफाफे पर पत्र भेजने वाले व्यक्ति का नाम और पता भी दर्ज है।
पत्र मिलने के बाद हाईकोर्ट के सहायक निबंधक (प्रोटोकाल) की ओर से मल्लीताल कोतवाली में तहरीर देकर मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने पत्र के लिफाफे में दर्ज नाम आई जुनार निवासी बिलासपुर छत्तीसगढ़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 386 व 504 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट का कहना है कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
संपादन: अनिल मनोचा