नई दिल्ली; मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष पद भार ग्रहण से पहले सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर कहा है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए आखिरी मिनट तक कोशिश की गई क्योंकि वे ही मोदी और सरकार को चुनौती दे सकते हैं। गहलोत ने कहा आज एक नई शुरुआत है।
हम मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देते हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी ने 1998 में कांग्रेस के मुश्किल हालात में जिम्मेदारी संभाली थी। सोनिया गांधी ने अध्यक्ष बनने के बाद 12-13 राज्यों में सरकारें बनाई। दो बार केंद्र में यूपीए की सरकार बनाई।
मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बुधवार को दिल्ली पहुंचे अशोक गहलोत ने एयरपोर्ट पर मीडिया से हुए मुखातिब होते हुए कहा कि इस बार भी सब लोग चाहते थे की राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बने। क्योंकि मोदी के सामने मजबूती से कोई मुकाबला कर सकते वो राहुल गांधी ही हैं। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के 22 साल के कार्यकाल को हमेशा याद किया जाएगा। 22 साल बाद गैर गांधी परिवार का कोई अध्यक्ष बना है।
गहलोत ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने बहुत बड़ी चुनौती है। खासकर देश में जिस तरह माहौल बना हुआ है उस स्थिति में उनकी जिम्मेदारी बड़ी है। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी का कहना था कि एक बार गैर गांधी परिवार का कोई नेता कांग्रेस अध्यक्ष बने। इसलिए मल्लिकार्जुन खड़गे को यह मौका मिला है। अब हम सब मिलकर कांग्रेस को मजबूत करने में जुटना चाहिए।
संपादन: अनिल मनोचा