उत्तराखंण्ड; पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी हाकम सिंह की छह करोड़ की संपत्तियां जब्त की जाएंगी। ये संपत्तियां उसने अवैध रूप से कमाए गए धन से अर्जित की हैं। गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई के लिए एसटीएफ ने जिलाधिकारी देहरादून को रिपोर्ट भेज दी है। इसके अलावा कुमाऊं और लखनऊ में एसटीएफ की टीमें आरोपियों की संपत्तियों का आकलन कर रही हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पेपर लीक मामले में उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह का नाम आया था। एसटीएफ ने हाकम सिंह को विदेश से आते ही 13 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद हाकम और उसके अन्य साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। उसकी संपत्तियों का आकलन भी चल रहा था।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि हाकम सिंह के पास अवैध रूप से कमाए गए धन से अर्जित की गईं लगभग छह करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां हैं। एक्ट की धारा 14 के तहत इन संपत्तियों को राज्य सरकार जब्त कर सकती है। इसके लिए देहरादून जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। जल्द ही उसकी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा।
रिजॉर्ट पहले हो चुके हैं ध्वस्त : सरकारी नौकरियों की खरीद-फरोख्त करने वाले हाकम सिंह के तीन रिजॉर्ट उत्तरकाशी प्रशासन ध्वस्त कर चुका है। सेब के एक बाग को भी उद्यान विभाग ने कब्जे में ले लिया था। इसके अलावा उत्तरकाशी में अन्य संपत्तियों की जांच भी की जा रही है। जल्द ही उसकी और संपत्तियों पर भी बुलडोजर चल सकता है।
एसएसपी ने बताया कि हाकम सिंह जैसा ही कुमाऊं में चंदन सिंह मनराल का नाम है। उसकी संपत्तियों के आकलन के लिए एक टीम लगाई गई है। इसके अलावा लखनऊ, बिजनौर और अन्य जिलों में चार टीमों को आरोपियों की संपत्तियों के मूल्यांकन के लिए तैनात किया गया है। ये टीमें वहां के प्रशासन से समन्वय स्थापित कर रही हैं।
संपादन: अनिल मनोचा