बजट सत्र; बजट सत्र के चौथे दिन सदन में सवालों का जवाब देने के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का दिन तय था। प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव व डॉक्टरों की कमी को लेकर विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के विधायकों के सवाल कर मंत्री को घेरा।
बृहस्पतिवार को सदन में कांग्रेस विधायक विरेंद्र जाती ने प्रदेश में इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड एक्ट के मानकों के रूप डॉक्टरों की तैनाती का सवाल उठाया। भाजपा विधायक सुरेश गड़िया ने कहा कि रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को 100 से 150 किमी दूर आना पड़ता है। निर्दलीय विधायक संजय डोभाल ने उत्तरकाशी में गायनी विशेषज्ञ डॉक्टर न होने, भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने प्रदेश भर में स्वीकृत पदों के सापेक्ष विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता का सवाल उठाया।
विपक्ष का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री से प्रश्न किया गया था कि प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी से लोग स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित है। जिसका लिखित में जवाब दिया गया नहीं। दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री सदन में जानकार दे रहे हैं कि विशेषज्ञ डॉक्टरों के 1236 पदों में से 536 डॉक्टर की कार्यरत हैं।