पुलिस ने उनसे तीन पिस्तौल .32 बोर, .315 बोर का देसी कट्टा, कारतूस और मैगजीत समेत एक 12 बोर का देसी कट्टा बरामद किया है। आरोपियों से 1.90 लाख रुपये की नकदी भी बरामद हुई।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि सूचना के आधार काउंटर इंटेलिजेंस बठिंडा ने जिला पुलिस के साथ मिलकर बठिंडा के गांव जस्सी पौवाली में नाका लगाया था। जब शिमला सिंह अपने दोस्त को मिलने जा रहा था तो उसे गिरफ्तार कर लिया। एआईजी सिमरतपाल सिंह ने बताया कि शिमला सिंह ने खुलासा किया कि अर्श डल्ला ने उसे काशीपुर के व्यापारी को मारने के लिए कहा था और उसे लॉजिस्टिक सहायता के लिए अपने साथी साधु सिंह से मिलने के लिए कहा था। वह इस समय हलद्वानी जेल में बंद है।
उन्होंने कहा कि अर्श डल्ला ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए सात लाख रुपये शिमला सिंह को दो किस्तों-4 लाख और 3 लाख रुपये में भेजे थे। आरोपी शिमला सिंह ने सुखा दुन्नेके के कहने पर अज्ञात व्यक्ति को चार लाख दिए थे और इस हत्या को अंजाम देने के लिए छह हथियारों का प्रबंध करने के लिए हरजीत सिंह उर्फ गोरा को तीन लाख दिए थे फिर पुलिस टीमों ने हरियाणा पुलिस की मदद से हरजीत गोरा को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है।