December 23, 2024

Devsaral Darpan

News 24 x 7

लखनऊ- अतीक पिछले सत्रह वर्षों से बिल्डर मो0 मुस्लिम से वसूल रहा था रंगदारी, आरोप बिल्डर ने तहरीर में हैं लगाए !!

लखनऊ;  माफिया अतीक अहमद डरा-धमकाकर लखनऊ के बिल्डर मो. मुस्लिम से पिछले 17 वर्षों से रंगदारी वसूल रहा था। यह आरोप खुद बिल्डर ने उस तहरीर में लगाए हैं, जिसके आधार पर एक दिन पहले अतीक के बेटों उमर, अली समेत छह लोगों पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। आरोप यह भी है कि जनवरी से अतीक का बेटा असद कई बार अज्ञात लोगों संग उसके लखनऊ स्थित फ्लैट पर आकर गाली-गलौज व धमकी देकर रंगदारी मांगता था।

खुल्दाबाद थाने में दर्ज एफआईआर में बिल्डर ने बताया है कि 2006 में उसने प्लॉटिंग व भवन निर्माण का काम शुरू किया। इसके बाद से ही अतीक, अशरफ व उनके गुर्गे आए दिन धमकी देने व रंगदारी मांगने लगे थे। उनके खौफ से ही वह लखनऊ चला गया। लेकिन माफिया व उसके गुर्गे लगातार उससे रंगदारी वसूलते रहे। बिल्डर ने कई अन्य आरोप भी लगाए हैं।
बताया है कि आरोपी उसे रास्ते से अगवा कर चकिया स्थित अतीक के कार्यालय में ले गए। फिर वहां बेल्ट से बांधकर बारजे पर लटकाते हुए मारने की धमकी दी। कहा कि हर प्लॉट में उन्हें हिस्सा देना होगा। हाथ-पैर जोड़ने पर दो दिन का वक्त दिया। इसके बाद उसने गुर्गे असाद कालिया के हाथों अतीक के बेटों को 1.20 करोड़ रुपये भेजवाए। इंस्पेक्टर खुल्दाबाद अनुराग शर्मा ने बताया कि विवेचना शुरू कर दी गई है। वादी से साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा गया है।
अतीक के परिवार को लेकर आए दिन हो रहे खुलासे :  माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार से जुड़े लोगों के आए दिन खुलासे हो रहे हैं। खुलासों की कड़ी में कुछ ऐसे भी खुलासे हुए हैं जिनसे अतीक के परिवार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। अतीक के बेटे असद, उमर और पत्नी शाइस्ता को लेकर भी हाल में अहम खुलासा हुआ है।

उमेश पाल के हत्यारों के साथ माफिया की पत्नी शाइस्ता ने की थी पार्टी

जांच में सामने आया है कि उमेश पाल की हत्या की पूरी जिम्मेदारी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता के पास ही थी। शाइस्ता ही अतीक के पूरे कारोबार और पैसों का हिसाब-किताब रख रही थी। पुलिस को एक वीडियो मिला है। इसमें वह एक पार्टी में दिख रही है। बताया जाता है कि उमेश पाल की हत्या के पास शाइस्ता ने हत्यारों के साथ पार्टी की थी।  जांच में शाइस्ता की मदद करने वाले सात वकीलों के अलावा उसे संरक्षण और आर्थिक मदद देने वाले 20 करीबियों के नाम चिह्नित किए गए हैं। एसटीएफ के मुताबिक अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता अतीक के जमीन के अवैध कारोबार को संचालित करने के लिए गैंग के सदस्यों के जरिए हत्याएं कराने लगी।
news