उत्तराखंड; उत्तराखंड खेल विभाग में तबादलों में जमकर खेल हुआ है। विभाग ने अन्य विभागों की तरह तबादले की प्रक्रिया को अपनाने से पहले ही कुछ खेल अधिकारियों के तबादले कर दिए। तबादलों में एक्ट और वरिष्ठता को भी दरकिनार कर दिया गया है। इससे विभाग में उथल पुथल मची है, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रदेश में कर्मचारियों, अधिकारियों के तबादलों में पारदर्शिता के लिए सरकार ने तबादला एक्ट बनाया है। इन दिनों इसी एक्ट के तहत सभी विभागों में तबादलों की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन खेल विभाग ने इसमें खेल कर तबादले की प्रक्रिया अपनाए बिना ही कुछ अधिकारियों के तबादले कर दिए। विभाग की ओर से जिला खेल कार्यालय हल्द्वानी में तैनात बबीता बिष्ट का तबादला जिला खेल कार्यालय उत्तरकाशी, जिला खेल कार्यालय देहरादून से शबाली गुरुंग का जिला खेल कार्यालय चमोली, जिला खेल कार्यालय ऊधमसिंह नगर से निर्मला पंत का जिला खेल कार्यालय रुद्रप्रयाग एवं एक्सीलेंसी सेंटर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज रायपुर से अनूप बिष्ट का जिला खेल कार्यालय पौड़ी तबादला किया गया है।
इसके अलावा जिला खेल कार्यालय उत्तरकाशी से उप खेल अधिकारी निधि का जिला खेल कार्यालय देहरादून, जिला खेल कार्यालय पौड़ी से गिरीश कुमार का जिला खेल कार्यालय ऊधमसिह नगर तबादला किया गया है। इन तबादलों में वरिष्ठता और तबादला एक्ट को दरकिनार किया गया। शासन की ओर से तबादला एक्ट के तहत वर्ष 2023-24 में 15 प्रतिशत कार्मिकों के तबादलों के आदेश हैं। इस आदेश के तहत कोई भी जिला खेल अधिकारी तबादले की जद में नहीं आ रहा है।
इस पर विभाग का कहना है तबादला एक्ट की धारा 18 के तहत पदोन्नति पर तबादले किए गए हैं, जो 15 प्रतिशत तबादलों के दायरे में नहीं आते, लेकिन उप खेल अधिकारी अनूप बिष्ट, निधि और गिरीश कुमार के बिना पदोन्नति तबादले हुए हैं। इतना ही नहीं सरकार की ओर से कर्मचारियों और अधिकारियों के अटैचमेंट पर जहां रोक लगाई गई है। वहीं विभाग ने जिला खेल कार्यालय देहरादून से उप खेल अधिकारी दीपक रावत को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज एवं स्पोर्ट्स काॅलेज रायपुर में सहायक प्रशिक्षक अनुज नेगी को जिला खेल कार्यालय देहरादून में अटैच किया है।