उत्तराखण्ड; मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की मौत अभी रहस्य ही बनी हुई है। पुलिस अभी आत्महत्या और हादसा दोनों पहलुओं को लेकर जांच कर रही है। कमांडो के शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें गन शॉट इंजरी यानी गोली लगने से मौत होना पाया गया है।
हालांकि, गोली का कोण, दूरी आदि का आंकलन पोस्टमार्टम की अधिकारिक रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा। इससे काफी हद तक पुलिस की जांच में मदद मिलेगी। मूल रूप से पौड़ी के रहने वाले प्रमोद रावत 2016 से मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बतौर कमांडो तैनात थे। उन्हें बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के कुमाऊं दौरे से पहले चंपावत के लिए निकलना था। इसके लिए वह सुबह 11 बजे ही मुख्यमंत्री आवास के पास बनी बैरक परिसर में पहुंच गए थे।