December 23, 2024

Devsaral Darpan

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उत्तराखण्ड- मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की मौत अभी बनी हुई है रहस्य, पोस्टमार्टम की अधिकारिक रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा आंकलन !!

उत्तराखण्ड;  मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की मौत अभी रहस्य ही बनी हुई है। पुलिस अभी आत्महत्या और हादसा दोनों पहलुओं को लेकर जांच कर रही है। कमांडो के शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें गन शॉट इंजरी यानी गोली लगने से मौत होना पाया गया है।

हालांकि, गोली का कोण, दूरी आदि का आंकलन पोस्टमार्टम की अधिकारिक रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा। इससे काफी हद तक पुलिस की जांच में मदद मिलेगी। मूल रूप से पौड़ी के रहने वाले प्रमोद रावत 2016 से मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बतौर कमांडो तैनात थे। उन्हें बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के कुमाऊं दौरे से पहले चंपावत के लिए निकलना था। इसके लिए वह सुबह 11 बजे ही मुख्यमंत्री आवास के पास बनी बैरक परिसर में पहुंच गए थे।

इसके बाद उनका शव कमरे में बेड पर मिला था। उनकी राइफल नीचे फर्श पर पड़ी थी। चर्चाएं हुईं कि वह भागवत में जाने के लिए छुट्टी मांग रहे थे। नहीं मिली तो उन्होंने आत्महत्या कर ली, लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि उनकी छुट्टी एडवांस में ही 16 जून से मंजूर हो चुकी थी।
पुलिस अधिकारियों ने इसे हादसा भी बताया और कहा कि हो सकता है कि रावत अपनी राइफल साफ कर रहे होंगे या देख रहे होंगे इस बीच गोली चल गई। गोली उनके गले में लगी और गर्दन को छेदती हुई पीछे दीवार में जा घुसी।
शव लेकर पौड़ी रवाना हुए परिजन :  प्रमोद के शव का शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम हाउस में उनके परिजन भी मौजूद रहे। उन्होंने किसी भी पुलिस अधिकारी से बात नहीं की। इसके बाद शव लेकर वह पौड़ी रवाना हो गए। वहां पर प्रमोद के शव का अंतिम संस्कार कराया गया। एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि मामले में अभी जांच की जा रही है। पुलिस अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।
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