हरिद्वार; कांवड़ मेला चरम पर पहुंच गया है और रोजाना लाखों कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। भारी बारिश से हाईवे पर जगह-जगह जलभराव होने के बाद भी शिवभक्तों के कदम नहीं रुक रहे हैं। शिवभक्त भक्ति गीतों पर थिरकते हुए अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं।
यात्रा के बीच आस्था के अनोखे रंग देखने को मिल रहे हैं। एक हजार से लेकर 10 लाख रुपये और इससे अधिक महंगी कांवड़ ले जाई जा रही है। विभिन्न मंदिरों के प्रारूप वाली कांवड़ आकर्षण का केंद्र बन रही है।
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित विभिन्न राज्यों से लाखों कांवड़िए प्रतिदिन हरिद्वार पहुंच रहे हैं और गंगाजल भरकर रवाना हो रहे हैं। नौ दिन के अंदर दो करोड़ से अधिक शिवभक्त गंगाजल भर चुके हैं। नहर पटरी के साथ ही हाईवे पर शिवभक्तों का कारवां आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग प्रकार की भव्य कांवड़ देख हर कोई आकर्षित हो रहा है।
देशभक्ति से लेकर भगवान राम का मंदिर, केदारनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर के प्रारूप वाली कांवड़ देखने को मिल रही है। पंतद्वीप चमगादड़ टापू और बैरागी कैंप में इन कांवड़ों को तैयार किया जा रहा है।