उत्तरकाशी; एक ट्वीट से सुर्खियों में आए उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी के साल्ड गांव के जगन्नाथ मंदिर की तस्वीर बदलने जा रही है। इस मंदिर के उद्धार के लिए ओडिशा के दो दिग्गज राजनेता केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा आगे आए हैं।
दोनों दिग्गजों ने सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस पर बात की। प्रधान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तो पात्रा ने मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात कर सीएम से मंदिर के कायाकल्प का मसला उठाया। बताया जा रहा है कि मंदिर 12वीं शताब्दी का है, जिसकी स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य ने की थी। सीएम ने आश्वस्त किया है कि मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना होगी।
एएसआई इसका संरक्षण करेगा और महाप्रभु के भोग के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। पर्यटन की दृष्टि से मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं अन्य आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं जुटाई जाएंगी। दोनों राजनेता भी मंदिर के उद्धार के लिए अपनी ओर से पूरा सहयोग करेंगे।
सब्यसाची व अर्चिता ने किया ट्वीट तो गया ध्यान : उत्तरकाशी के साल्ड गांव में स्थापित भगवान जगन्नाथ मंदिर की ओर कैसे ध्यान गया, इस बारे में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिलचस्प किस्सा सोशल मीडिया पर साझा किया। बकौल प्रधान, ओडिशा से एक सज्जन जनार्दन महापात्र देहरादून के किसी संस्थान में अपनी बेटी का दाखिला कराने आए थे। इस दौरान उन्हें जगन्नाथ मंदिर की तलाश थी। पूछने पर उन्हें बताया गया कि उत्तरकाशी में जगन्नाथ मंदिर है। फिर वे उत्तरकाशी स्थित मंदिर पहुंच गए। उन्होंने फिल्म अभिनेता सब्यसाची से यह बात साझा की। सब्यसाची व अर्चिता ने जगन्नाथ मंदिर की जानकारी और वीडियो ट्वीटर पर अपलोड किए। मंदिर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जो प्रधान तक भी पहुंचा। 12वीं सदी के अनूठे जगन्नाथ मंदिर के बारे में जानकर उन्होंने इसे उद्धार के लिए फौरन मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से बात की।