उत्तराखंड; आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत उत्तराखंड में 57.79 लाख लोगों की डिजिटल हेल्थ आईडी बन चुकी है। इस मामले में देहरादून पहले और नैनीताल जिला दूसरे स्थान पर है। इसी के साथ राज्य ने कुल आबादी का 50 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश की आबादी सवा करोड़ है। प्रत्येक व्यक्ति की डिजिटल हेल्थ आईडी बनाई जाएगी। अब तक 57.79 लाख से अधिक लोगों की हेल्थ आईडी बन चुकी है। देहरादून जिला हेल्थ आईडी बनाने में पहले स्थान पर है।
इस जिले में सबसे अधिक 6.70 लाख लोगों ने आईडी बनी है। नैनीताल जिले में 4.04 लाख, हरिद्वार में 3.03 लाख और ऊधमसिंहनगर जिले में 2.41 लाख लोगों की आईडी बन चुकी है। इसके अलावा 2644 डॉक्टरों और 1094 अस्पतालों व पैथोलॉजी जांच केंद्रों का पंजीकरण किया गया।
उन्होंने बताया कि अगले माह से पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड और डिजिटल हेल्थ आईडी बनाई जाएगी। सरकार का प्रयास है कि जल्द ही प्रदेश के सभी लोगों की हेल्थ आईडी बने। इससे लोगों का मेडिकल रिकॉर्ड एक क्लिक पर उपलब्ध होगा।