उत्तराखण्ड; कांग्रेस ने अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में साक्ष्य छिपाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, रिजॉर्ट में जिसने बुलडोजर चलाया उसके कोर्ट में बयान दर्ज हुए हैं। उसका कहना है कि क्षेत्रीय विधायक रेनू बिष्ट और एसडीएम के कहने पर उसने ऐसा किया।
आरोप लगाया कि उस दौरान मुख्यमंत्री और वर्तमान में डीजीपी भी बुलडोजर चलवाने वालों में शामिल थे। इन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना चाहिए। कांग्रेस भवन में मीडिया से बातचीत में माहरा ने 24 सितंबर 2022 के सीएम के ट्वीट को दिखाते हुए बताया, इसमें लिखा है कि आरोपियों के गैरकानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर कल देर रात बुलडोजर से कार्रवाई की गई है।
पुलिस की एक रिपोर्ट में भी कहा गया कि बुलडोजर चलाने से केस पर कोई फर्क नहीं पड़ता। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो इसके लिए सीएम को पद से इस्तीफा देना चाहिए। इस मसले पर क्या कांग्रेस, सीएम एवं अन्य के खिलाफ मुकदमा कराएगी के सवाल पर कहा, यदि कोई बड़ा अपराध होता है तो संबंधित से पूछताछ होनी चाहिए। यदि अपराध में शामिल है तो मुकदमा होना चाहिए। वहीं, मूल निवास कट ऑफ डेट 1950 के मसले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, इस पर आम राय बननी चाहिए।
दुष्कर्म मामलों में नौ पहाड़ी राज्यों में प्रदेश टॉप पर : माहरा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, दुष्कर्म मामले में उत्तराखंड नौ पहाड़ी राज्यों में टॉप पर है।रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में लगभग प्रति वर्ष 905 महिलाओं से दुष्कर्म व 778 का अपहरण हुआ है। यदि देश की बात करें तो देशभर में अपहरण के मामले व महिला अपराध में उत्तराखंड छठे पायदान पर है।