उत्तराखण्ड; सत्तर वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए एम्स में आयुष्मान भव: अभियान के तहत पंजीकरण और इलाज शुरू कर दिया गया है। बुधवार को इसके तहत पहला रोगी पंजीकृत किया गया।
एम्स ऋषिकेश में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के महाराजगंज के रहने वाले 71 वर्षीय बुजुर्ग योगेंद्र प्रसाद का पंजीकरण कर डे-केयर वार्ड में भर्ती किया गया। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि इस योजना का लाभ ऐसे परिवार के बुजुर्गों को भी मिलेगा, जो पहले से ही एबी-पीएमजेएवाई के तहत कवर हैं और उन्हें पहले से ही हर साल पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा मिल रही है।
चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि पहले रोगी योगेंद्र प्रसाद को लीवर कैंसर की शिकायत है। मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग में भर्ती किए गए रोगी का पहले दिन कीमोथेरेपी प्रक्रिया से इलाज किया गया। इस मौके पर डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, उप निदेशक (प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर, आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डाॅ. मोहित धींगरा आदि मौजूद रहे।