उत्तराखण्ड; मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हरिद्वार नगर निगम सराय क्षेत्र में भूमि खरीद घोटाले में दोषी पाए गए कर्मियों के खिलाफ शासन ने सख्त कार्रवाई की है। गंभीर अनियमितता के आरोप में अपर सचिव शहरी विकास गौरव के आदेश पर प्रभारी सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल समेत चार अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच सचिव रणवीर सिंह चौहान को सौंपी है।
जांच अधिकारी नामित करने के बाद इस घोटाले में नगर निगम के प्रभारी अधिशासी अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट व अवर अभियंता दिनेश चंद्र कांडपाल को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया है।
संपत्ति लिपिक वेदवाल का सेवा विस्तार भी समाप्त कर दिया गया है। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। उनके खिलाफ सिविल सर्विसेज रेगुलेशन के अनुच्छेद 351(ए) के प्रावधानों के तहत अनुशासनिक कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं।
प्रभारी सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल को नगर निगम अल्मोड़ा, दिनेश चंद्र कांडपाल को नगर पालिका परिषद लोहाघाट, आनंद सिंह मिश्रवाण को नगर निगम कोटद्वार, लक्ष्मीकांत भट्ट को नगर निगम पिथौरागढ़ कार्यालयों से संबद्ध किया गया है।