हिसार; सोनाली फोगाट के मौत से उनकी बेटी का गहरी सदमा लगा है। क्योंकि छोटी उम्र में ही पिता की मौत हो जाना और ऐसे मां चले जाना एक बेटी के लिए दुखद है। सोनाली फोगाट की बेटी अंतिम यात्रा से श्मशाम घाट तक मां के साथ रही। वहीं बेटी यशोधरा ने ही मुखाग्नि दी। सोनाली का अंतिम संस्कार ऋषि नगर स्थित श्मशान घाट में किया गया। इस दैरान सोनाली फोगाट की बेटी यशोधरा ने मुखाग्नि दी। फार्म हाउस पर सोनाली के परिजनों के अलावा क्षेत्रिय नेता और अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। सोनाली फोगाट के अंतिम संस्कार पर कुलदीप बिश्नोई भी श्मशान घाट पहुंचे। उन्होंने कहा कि सोनाली का जाना मेरे व्यक्तिगत नुकसान हुआ है।
सोनाली फोगाट के शव को अंतिम दर्शनों के लिए उनके ढंढूर स्थित फार्म हाउस पर ले जाया गया था। जहां कार्यकर्ता अंतिम दर्शन के लिए मौजूद थे। सुबह से फार्म हाउस पर लोगों का आना लगा हुआ था। जिसके कारण यहां पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे। इस दौरान रतिया से विधायक में सोनाली फोगाट को श्रद्धांजली देने के लिए फार्म हाउस पहुंचें थे। हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शुक्रवार अलसुबह से ही फार्म हाउस पर पहुंचने लगे थे। सोनाली के परिजन गोवा से वीरवार रात करीब 7:00 बजे पहले खुद हवाई जहाज से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे और करीब 7:30 बजे की एयर एंबुलेंस से शव को को दिल्ली लाया गया। उसी समय दिल्ली से हिसार सोनाली के शव को लाने के लिए हिसार से स्पेशल डीप फ्रीजर सुविधा युक्त एंबुलेंस दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। हिसार नंबर एंबुलेंस से शव को हिसार लाया गया। परिजनों ने भी मीडिया के सामने खुलकर अपने पक्ष रखा और सवाल जवाब किए।
सोनाली के परिजनों ने बताया कि करीब 12 घंटे तक पीए सुधीर सांगवान ने सोनाली का फोन अपने पास रखा। जिस किसी का भी फोन आया, उसे असलियत बताने के बजाय बार-बार गुमराह किया गया। जब परिजनों ने भी फोन किया उनको भी असलियत नहीं बताई। सुधीर सांगवान और सुखविंदर सांगवान बार-बार अपना बयान बदल रहे थे कि कभी टैक्सी नहीं मिली थी या देर रात होने के कारण उनके पास वाहन नहीं था। इसलिए सोनाली को रिजोर्ट के बाथरूम या होटल में रखा था। परिजनों का आरोप है कि जब सोनाली की मौत हो चुकी थी उसके बाद वह दोनों अस्पताल लेकर गए थे। उनके अलावा अन्य लोग भी हत्या में शामिल है।