मेरठ; मजबूत कूलर और बेहतरीन रेफ्रिजरेटर तैयार करने वाली कंपनी बीको इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी के मालिक पीके जैन ने इच्छा मृत्यु की मांग की है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
मिली जानकारी के अनुसार, पीके जैन का कहना है कि एक समय ऐसा था जब वह करोड़ों रुपये टैक्स के रूप में सरकार को दिया करते थे लेकिन उनकी स्थिति खराब हुई तो अब कोई सुनने वाला नहीं है। बैंक उनकी करोड़ों की संपत्ति को औने पौने दाम में बेच रही है। उन्होंने बताया कि उन पर पन्द्रह करोड़ पचास लाख का मूल बकाया है। इस मामले में 2016 में उनके खाते को बैंक ने एनपीए घोषित कर दिया। कोरोना काल के समय में उनकी दो संपत्ति जो कि दरियागंज और परतापुर में थी उसे भी बैंक ने बेच दिया। वह संपत्ति लगभग चार करोड़ की थी लेकिन बैंक ने उसे डेढ़ करोड़ में ही बेच दिया। इस पत्र के बाद से उथल-पुथल मच गई है।
उन्होंने कहा कि बैंक जो भी संपत्ति बेच रही है वह उसे मूल में जमा करने के बजाय ब्याज में काट रही है उन्हें सबसे बड़ा सदमा अब इसलिए पहुंचा है कि उनकी चौदह करोड़ की फैक्ट्री जो कि रुड़की में है उसे भी बैंक ने कबाड़ियों को बेच दिया है। उन्होंने कहा कि चौदह करोड़ की संपत्ति को आठ करोड़ रुपये में बेच दिया। उस में करीब 250 लोग काम करते थे सब बेरोजगार हो गए हैं। अब उनके मेरठ के घर और शारदा रोड स्थित शोरूम पर भी बैंक की नजर है।
उन्होंने कहा कि बैंक मैनेजर से लेकर के जोनल ऑफिस तक चक्कर काटे लेकिन बैंक ने ओटीएस देने से मना कर दिया। अब वह हताश हो गए हैं निराश हो गए हैं इसलिए इच्छामृत्यु मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सब दिखावेबाजी हो रही है। उन्होंने स्थानीय नेताओं से भी संपर्क किया लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। कोई मदद नहीं की।
संपादन: अनिल मनोचा